दिल्ली से अमृतसर तक स्वाद वाला सफर- एनएच1 के बेहतरीन ढाबे

हफ्ते भर जी तोड़ मेहनत के बाद आपको भी लगता होगा कि वीकेंड पर कुछ ऐसा किया जाए जो आपके मूड को फिर तरो-ताजा कर दे। इसके लिए रोड-ट्रिप तो बेस्ट ऑप्शन है ही, पर अगर उस रोड ट्रिप की मस्ती में लज़ीज़ खाने का स्वाद भी जुड़ जाए तो फिर क्या कहने। साल का ये वक्त हो, और दिल्ली वालों से कहीं जाने को पूछें तो ज्यादातर का जवाब होगा अमृतसर। वजह यही है, एक तो शानदार रोड ट्रिप और फिर रास्ते में नेशनल हाईवे 1 पर बेहतरीन ढाबों की भरमार। तो सफर शुरू कीजिए। दिल्ली-सोनीपत-पानीपत-करनाल-कुरुक्षेत्र-अंबाला-लुधियाना-फगवाढ़ा-जलंधर के रास्ते अमृतसर पंहुचिए और रास्ते में किन ढाबों का स्वाद चखना जरूरी है, यहां पढ़िए।

अमरीक सुखदेव ढाबा, मुरथल

खाने के शौकीन हैं तो ये नाम तो आपने जरूर सुना होगा। यही वजह है कि दिन के किसी भी वक्त आप यहां आइये, ये खाने वालों से खचा-खच भरा मिलेगा। ये कितना मशहूर है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि कई लोग तो ऐसे भी हैं जो खास-तौर पर यहां खाने के लिए ही आते हैं। दिल्ली से साठ किलोमीटर गाड़ी चलाके यहां आकर, इनके खाने का स्वाद लेने वाले कम नहीं हैं।

खासियत– अमृतसरी कुलचा और आलू का पराठा

हवेली, करनाल

हवेली, करनाल

हवेली, करनाल

एक पंजाबी गांव जैसी बनावट इसे खूबसूरत तो बनाती ही है, ऊपर से स्वादिष्ट खाना। सीधे शब्दों में कहा जाए तो एक बार यहां आना ज़रूर बनता है। यूं तो एनएच1 पर कई सारी हवेलियां हैं पर एक यही है जिसपर सबसे ज्यादा भीड़ होती है। साथ में बच्चे हों तो भी कोई चिंता नहीं। इसके साथ ही एक एम्यूजमेंट पार्क भी है, जहां बच्चों का भी खूब मन लगेगा।

खासियत– इसकी सजावट और अमृतसरी छोले

पूरण सिंह का मशहूर विशाल ढाबा

पूरण सिंह का मशहूर विशाल ढाबा

नक्कालों से सावधान! जब खाने की कोई दुकान मशहूर हो जाए तो उसके नाम के कई सारे डुप्लिकेट भी खुल जाते हैं। बस इन्हीं डुप्लीकेट्स की भीड़ से खुद को अलग रखने के लिए इस ढाबे का नाम इतना लंबा रखा गया है। अंबाला कैंट पंहुचते ही आप जहां नजर डालेंगे आपको पूरण सिंह का ढाबा ही नजर आएगा। पर असली सिर्फ एक है, विशाल ढाबा। इतने सालों में बहुत कुछ बदला है। इस ढाबे के मालिक तक बदल गए हैं पर फिर भी ना इनका स्वाद बदला है, ना क्वालिटी।

खासियत– मटन करी, कीमा कलेजी, चिकन करी

जमीदार ढाबा- लुधियाना

जमीदार ढाबा- लुधियाना

लुधियाना एयरपोर्ट के पास इस ढाबे की एक खासियत है। यहां आज भी पुराने जमाने की तरह बैरा आपको मैन्यू सुनाता है, यहां पर प्रिंटेड मेन्यू नहीं दिया जाता। बेहतरीन असली पंजाबी स्वाद का खाना और उसपर लोटा भरके पंजाबी छाछ का मजा ही कुछ और है।

खासियत– कढ़ी चावल और संधू दाल

लकी ढाबा- जालंधर

लकी ढाबा- जालंधर

अगर आप रात भर गाड़ी चलाते हुए आ रहे हैं तो थकान उतारने के लिए स्वादिष्ट नाश्ते से बेहतर और क्या होगा? और इसके लिए आपको जाना है लकी ढाबे पर। पूरी तरह शाकाहारी खाना और उसके साथ एक कड़क चाय की प्याली हो तो बस क्या कहने! जहां ज्यादातर ढाबे यहां नॉन-वेज के लिए मशहूर हैं, ये ढाबा वेज खाने के लिए जाना जाता है।

खासियत– मिक्स वेज और तरह-तरह की रोटियां- मिस्सी रोटी, तंदूरी रोटी, लच्छा पराठा

केसर दा ढाबा, अमृतसर

अगर आप अमृतसर आएं और केसर के ढाबे पर खाना ना खाएं तो समझिए कि सफर अधूरा रह गया। अमृतसर कैंट में स्थित ये ढाबा 1947 से लाजवाब शाकाहारी खाने के लिए जाना जाता है। शुरूआत इसकी 1916 में लाहौर, पाकिस्तान में हुई थी। आजादी के बाद इसके मालिकों ने अमृतसर में ये ढाबा शुरू किया। जाने-माने फिल्मी सितारे हों, या नेता हों, यहां आने वालों में सभी शामिल हैं। यही वजह है कि मीडिया में भी लगभग हर चैनल पर इनके बारे में बात की गई है।

खासियत- अमृतसरी कुलचा।

This post was last modified on 28-Aug-2023

Sargun Preet Kaur: Sargun has an appetite for challenges and creative hurdles that can help her grow as she conquers them one by one. With an innate desire to travel the world, she weaves through life by visiting her dream destinations. When not in her creative zone, Sargun loves to smash in badminton and binge-watch her favourite shows.
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